हथेलियों का कर्ज़ हथेलियों का कर्ज़
तुम आसमां का केनवास खोलो मैं अपनी चुनर हवा में लहराती हूँ तुम आसमां का केनवास खोलो मैं अपनी चुनर हवा में लहराती हूँ
तुम्हें इस काबिल बनाने में ही उन्होंने अपना पूरा जीवन बिताया ! तुम्हें इस काबिल बनाने में ही उन्होंने अपना पूरा जीवन बिताया !
मानवता सिकुड़ी सिमटी-सी, देख रही हत्यारे इनके। मानवता सिकुड़ी सिमटी-सी, देख रही हत्यारे इनके।
मां के लिये जितना भी करो कम है, मां की वजह से इस दुनिया में हम हैं। मां के लिये जितना भी करो कम है, मां की वजह से इस दुनिया में हम हैं।
चारों तरफ सूखा और सूखे पेड़ों के तने थे, इस बार मिट्टी में बच्चों के हाथ सने थे... चारों तरफ सूखा और सूखे पेड़ों के तने थे, इस बार मिट्टी में बच्चों के हाथ सने थ...